💞👫💞बेपनाह प्यार(unrequited love)🌷

मेरी उम्र 26साल है  मैं प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था मेरे घर से ऑफिस काफी दूर पर था, इसलिए मैं हफ्ते में एक ही बार घर आता  था,

 गांव में एक प्रीति नाम की लड़की थी उससे मुझे प्यार हो गया था,

 प्रीति बहुत ही खूबसूरत लड़की थी वह मेरे मन को भाग गई थी,

 वह भी मुझसे बहुत प्यार करती थी इसीलिए हम दोनों शादी करना चाहते थे,

 हमने प्रीति के बारे में अपने घर में बताएं और हमारी शादी हो गई प्रीति बहुत ही खूबसूरत लड़की थी इसीलिए उसके खूबसूरती के चर्चे आड़ पड़ोस में हुआ करते थे,



मैं अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था और हमारा वैवाहिक जीवन हंसी खुशी चल रहा था हम दोनों एक दूसरे के विश्वास और प्रेम के सहारे  जीवन अच्छे व्यतीत हो रहा था,

 एक बार अचानक से प्रीति को एक बीमारी ने जकड़  लिया और उसका इलाज चलने लगा लेकिन बीमारी तो छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी,

 उसके चेहरे पर चर्म रोग हो गया था और समय के साथ उसकी खूबसूरती घटती चली जा रही थी,

 प्रीति इस बात को लेकर बहुत उदास रहने लगी थी हमें प्रीति की उदासी देखी नहीं जा रही थी,


लेकिन मैंने प्रीति को इस बात का एहसास नहीं होने दिया और अपने विश्वास को टूटने नहीं दिया और पहले के ही जैसी मैं ऑफिस जाता और हफ्ते बाद घर आता,

 एक बार मैं ऑफिस से घर आ रहा था,

 तभी रास्ते में मेरा एक्सीडेंट हो गया और मेरे चेहरे और सर पर अत्यधिक छोटे आई 

और जिसके कारण मेरी दोनों आंखों की रोशनी चली गई अब मैं घर पर  प्रीति के साथ अपना जीवन यापन करने लगा था,


 और मेरा वैवाहिक जीवन यूं ही चलता रहा और धीरे-धीरे मेरी पत्नी की खूबसूरती और भी ज्यादा बिगड़ती गई,

 मैं अंधा होने के कारण इस बात से मैं बिलकुल बेखबर था,

 अंधा होने के कारण इस बात का मेरे जीवन पर कोई असर नहीं पड़ रहा था और हम दोनों पहले की तरह एक दूसरे को बहुत प्यार करते और साथ में ख्याल भी रखते थे,

 लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था 

1 दिन प्रीति की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो जाती है जिसके कारण उसकी मृत्यु हो जाती है,

 इस घटना के बाद मैं बहुत उदास और सदमे में रहने लगा था,


जिसके कारण मैंने एक घर छोड़कर शहर में रहने का निश्चय किया,

 और घर छोड़कर जाने लगा जब मैं घर छोड़कर जा रहा था तभी गांव के एक व्यक्ति ने मुझे पीछे से आवाज लगाइए,

मैं रुका तो वह कहने लगा अकेले कैसे जाओगे अभी तक आपकी पत्नी आपका साथ देते रहे आपका ख्याल रखती रहे और आपकी आंखें बनकर आपके साथ चलती रहे,

यह सुनकर मैंने फिर उस व्यक्ति को जवाब दिया मैं अंधा नहीं हूं,


लेकिन जीवन  ऐसा बिता रहा था जैसे मैं अंधा हूं

 अगर मेरी पत्नी को यह बात पता होती कि मैं अंधा नहीं हूं मैं उसकी बदसूरती को देख सकता हूं तो यह एहसास उसे इस बीमारी से ज्यादा तकलीफ देता

 इसीलिए मैंने अंधा होने का नाटक किया,


 वह मेरी बहुत अच्छी पत्नी थी इसीलिए मैं उसे हमेशा खुश देखना चाहता था

 मैं उसे किसी प्रकार का दुख नहीं देना चाहता था इसीलिए मैंने आंखें होते हुए भी मैंने जीवन के किसी रंग को महसूस नहीं किया 

और अपना जीवन उसी के लिए समर्पित कर दिया



कितना मुश्किल है मोहब्बत की कहानी लिखना

जैसे पानी से पानी पे पानी लिखना







मैं कैसे कहूं कि वह बेवफा है,how do i tell that he is unfaithful


https://diltutaa.blogspot.com/2021/09/how-do-i-tell-that-he-is-unfaithful.html?m=1


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