आज हमें उसे बिछड़े हुए 2 साल हो गए हैं। मैं उसके बगैर और वह मेरे बगैर रहना सीख गई है। …
मेरा नाम है तयमुर ओर ये है मेरी रियल लव स्टोरी | ये स्टोरी जब मे पहली बार दुबई गया थ…
कभी किताबो मे तो अभी महबूब की बाहों में रहता था।बड़ा सुहाना होता था वो पल जब दो अं…
दिसंबर का महीना था इस कड़क ठंड में छत के ऊपर गुनगुनी धूप को अपने बदन पर महसूस कर रहा थ…
दोस्तो मैंने पहले और दूसरे पार्ट मैं देखा। कुलदीप को एक दिन बस स्टाप पर एक लड़की मिल…
किसी को घर से निकलते ही मिल गए मंजिल”| कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र मई रहा| Somebody go…
I love you Tabassum दिलशाद हर रोज की तरह 1 दिन पैदल ही अपनी दुकान पर जा रह…
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