I love you Tabassum
दिलशाद हर रोज की तरह 1 दिन पैदल ही अपनी दुकान पर जा रहा था,
वह उस दिन कुछ अपनी बीते हुए पलों को याद करके उदास था,
वह कुछ याद करते हुए दुकान को जा रहा था,
कि तभी उसे पीछे से एक आवाज आई जैसे उसे कोई पुकार रहा हो,
दिलशाद ने पीछे मुड़कर देखा तो उसे कोई नजर नहीं आया, जब कोई नजर नहीं आया तो,
फिर आगे की ओर चलने लगा,
लेकिन चार पांच कदम चलने के बाद फिर उसे वही आवाज सुनाई पड़ती है,
इस बार जब पीछे मुड़कर देखता है तो एक लड़की नजर आती है,
वह जल्दी जल्दी लंबे कदमों से उसके तरफ चली आ रही थी,
दूर से देखने पर उसे पहचान नहीं पा रहा था लेकिन जब धीरे-धीरे लड़की उसके पास आई तो उसे देखकर पहचान गया
वही लड़की थी जिसे दिलशाद बचपन में प्यार किया करता था,
और लड़की भी उसे प्यार करती थी आज से 5 साल पहले की बात है,
दिलशाद और तबस्सुम एक दूसरे को बहुत प्यार किया करते थे,
वह दोनों साथ एक ही स्कूल में पढ़े थे और एक ही गांव में बड़े हुए थ,
दिलशान तबस्सुम को अपनी जान से ज्यादा प्यार करता था,
लेकिन एक दिन दिलशाद तबस्सुम को देखने के लिए उसकी गली में जाता है,
जब उसके घर के पास पहुंचता है तो देखता है कुछ लोग उसके घर पर बैठे हुए थे,
देखने से रिश्तेदार लग रहे थे फिर सामने वाली एक दुकान पर जब मैंने उन लोगों के बारे में पता किया तो पता चला कि यह लोग तबस्सुम के रिश्ते के लिए आए हैं,
यह बात सुनकर दिल साथ का दिल टूट जाता है,
और वह गुस्से में हो जाता है वह चुपचाप अपने घर चला जाता है,
फिर दिलशाद तबस्सुम से कांटेक्ट करने की कोशिश करता है,
लेकिन वह उससे मिल नहीं पाता चार-पांच दिन तक दिलशाद जब शाम होती थी तब वह उस गली में जाता था,
तबस्सुम को देखने के लिए लेकिन तब उससे कहीं नहीं दिखाई पड़ती थी,
जो तबस्सुम शाम को अपनी छत पर कपड़े उतारने के बहाने गली में मुझे देखने आया करती थी ,
अब वहां भी नहीं दिखती है,
चार-पांच दिन के बाद वही रिश्तेदार फिर तबस्सुम के घर पर दिखाई देते हैं ,
यह देखकर दिलशाद समझ आता है कि आज तबस्सुम की सगाई है,
यह देखकर दिलशाद का दिल और बैठ जाता है,
और निराश होकर अपने घर जाता है,
अपने आप को एक कमरे में बंद कर लेता है,
उसका दिल अब और भी ज्यादा टूट चुका था,
वह रोए ही जा रहा था रोते-रोते पता नहीं कब उसकी नींद लग जाती है,
और वह सो जाता है सुबह होती है और उसकी आंख खुलती है,
सब कुछ नॉर्मल चल रहा था लेकिन दिलशाद की मन में तबस्सुम को लेकर बहुत सारे सवाल उठ रहे थे,
वह अपनी आंखों से तबस्सुम को किसी और का होता नहीं देख सकता था,
फिर उसने गांव छोड़ने का फैसला कर लिया,
दिलशाद दोपहर के बस से शहर चला गया और वह जाकर एक गेराज की दुकान पर काम सीखने लगा था,
आज दिलशाद की खुद की एक अपनी दुकान है,
और तब तक तबस्सुम उसके पास आ चुकी होती है उसका हाथ पकड़ कर उससे बोलती है क्यों कहां थे तुम तक 5 साल तक ,
5 साल में तुम्हें मेरी बिल्कुल याद नहीं आई आपने यह भी नहीं पता किया कि तुम्हारी तबस्सुम इन 5 सालों में कैसी है,
और तूने शादी की भी या नहीं ,
शादी का नाम सुनते ही दिलशाद मुस्कुराते हुए पूछता है सब छोड़ो यह बताओ तुम्हारे हस्बैंड कहां है,
तबस्सुम ने दिलशाद का जवाब ना देते हुए उसने बात को टाल दिया और दूसरी बात बोली,
पहले तुम यह बताओ कि तुम 5 साल तक कहां थे,
मैंने तुम्हारे घर पर पता किया तुम्हारे बारे में किसी को कुछ नहीं पता था,
तुम्हारे दोस्तों से भी पता किया और उनको भी कुछ नहीं मालूम था,
कितनी मुश्किल से मैंने तुम्हारा पता ढूंढा है
फिर दिलशाद ने बताया तबस्सुम मैं तुमसे इतना प्यार करता हूं ,
मैं तुम्हें अपनी नजरों के सामने किसी और का होते हुए नहीं देख सकता था,
इसीलिए मैंने घर छोड़ने का फैसला कर लिया था,
तबस्सुम ने बोला इतना बड़ा फैसला बिना मुझसे कुछ कहे ही तुम अपने मन से कर बैठे थे,
एक बार तो मुझे से भी पूछा होता कि मैं क्या चाहती हूं ,
दिलशाद -तुम चाय पियोगे बोलकर अपने गैराज के बगल वाली दुकान पर ले जाता है,
और बैटर से दो चाय लाने के लिए बोलता है ,
और बताओ तुम्हारे पतिदेव कैसे हैं तबस्सुम बोलती है मैंने शादी नहीं की,
जिस रात तुम भाग आए थे उस दिन मैंने अपने घर वालों को अपने और तुम्हारे प्यार के बारे में बताया था,
मेरे बहुत समझाने के बाद मेरे घरवाले मेरे और तुम्हारे रिश्ते के बारे में राजी हो गए थे,
और मेरी सगाई कैंसिल कर दी थी,
लेकिन सुबह होते हुए पता चला कि तुम घर छोड़ कर चले गए हो,
मुझे उस समय बहुत गुस्सा आया था,
और तुमने भी एक बार पलट कर देखा भी नहीं कि मेरा प्यार क्या चाहता है,
पूरे 5 साल बीत गए लेकिन तुमने मुझे जानने की कोशिश तक नहीं की,
बोलते बोलते लड़की की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वह रोने लगती है,
लड़का उसकी आंखों में आंसू देख उसका भी दिल भर आता है,
लड़के को अपने किए पर बहुत पछतावा होता है,
फिर लड़की की आंखों से आंसू पूछता है और उसे अपने गले लगा लेता है,
और दबी हुई आवाज में उसे सॉरी बोलता है आई लव यू बोलता है,
और तबस्सुम उसे लव यू टू का जवाब देती है,
कुछ देर दोनों ऐसे ही लिपटे रहते हैं,
उसके बाद अपने अपने घर चले जाते हैं,
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