मुझे माफ कर देना MY LOVE

 

मेरा नाम है तयमुर ओर ये है मेरी रियल लव स्टोरी | ये स्टोरी जब मे पहली बार दुबई गया था | मे जिंदगी पहली बार दुबई पैसे कमाने के लिए गया था |

दुबई की वर्कर लाइफ बहोत बिजी होती है | जाब मे पहली बार लेबर कांमप मे गया तो 1 रूम मे 8 लोग रहते थे |मे पहले कभी इतने सरे लोगों से साथ कभी नहीं सोया था |

लेकिन फिरभी हमे मजबूरन सोना पड़ता था |सारा दिन गरज मे काम कर के  थका रहा रूम पर आता फोन को ऑन करता क्यू की मेरी कंपनी मे ड्यूटी टाइम फोन चलन माना था | तो फोन को रूम पर रख कर ही जाता था ड्यूटी से वापिस आना फिर रूम पर खाना पकाना खाना रात 11 बाज जाते थे |

तब तक घर पर इंडिया मे 12:30 का समे हो जाता था तो घर पर भी बात कभी कभी नहीं होपाती थी मे जबसे दुबई आया था मे बहोत उदश राहत था | क्यू की दुबई सहर तो अछ है लेकिन यह वर्कर की कोई वेलु नहीं है | मेरे रूम मे जो मेरे रूम mate थे कहना खाने के बाद सब अपने बैड पर होते थे |किसी कोई जयद बाते  नहीं करता था |

ओर मेरा भी दिल दुबई मे नहीं लगता था | कियू की मैंने कभी आएसी लाइफ कभी नहीं बिताई थी ओर मे घर वापिस भी नहीं आ सकता था |

क्यू की पापा ने LOAN पार पैसे लेक दुबई कामने के लिए हमे भेज था |ओर हमे अभी एक महिना भी नहीं हुआ था |मे सोचता था की जीतने  पैसे कर्ज पर लिए है | उतना पैसा कमाने के बाद मे वापिस चल जाऊंगा यही सोचते सोचते 6 MONTH निकाल गए | अब हमे धीरे धीरे अच्छा लगने लगा था लोगों से दोस्ती होने लागि |

एक दिन देखा की मेरा दोस्त फोन मे किसी से बाते कर रहा था | मैने उससे नोट किया था की हर रोज दूसरी दूसरी लड़कियों से बाते करता था|फिर एक दिन मैंने उससे मजाक ही मजक मे पूछ लिया यार तुम्हारे पास कितनी गर्लफ्रेंड तुम हर रोज बदल बदल कर लड़कियों से बाते करता राहत है|

उसने बताया की मे लूडो पर लड़कियों से बाते करता है |फिर मैंने भी अपने मोबाईल उसी से डाउनलोड कराया ओर मे भी खेलने लगा क्यू मेरे पास पहले कोई दोस्त या गर्लफ्रेंड नहीं थी | हमे अच्छा लगा क्यू की लूडो पर नए नए लड़के ओर लड़किया खेकने के लिए आते थे |

अब मे रोज लोड़ो खेलता था एक दिन की बात है रात को 2 बाज रहे थे मे लूडो खेल कर मोबाईल बंद कर के रखा था | लेकिन पता नहीं क्यू उस दिन नींद नहीं आ रही थी मे बिस्तर पर इधर उधर करवाते बदल रहा था|

फिर मेरे माइन्ड मे आया की एक बार ओर लूडो खेलता हूँ पहली ही बार लूडो लगाया ही था | एक खुसबू नाम की लड़की लाइन पर थी |

वो मेरे साथ लूडो पर कोनेक्ट हो गए थी | गेम चल रहा था थोड़ी देर लूडो चलने के बाद टाइप बॉक्स मे हिई का मेससज आया मैंने भी हाइ का मेससज भेज मे बहोत खुसस हो रहा था |क्यू की आज पहली बार किसी लड़की मे हमे मेससज किया था|

मैंने उसकी प्रोफाइल चेक किया उसका खुसबू नाम था |फोटो मे उसकी उम्र 29 या 30 के आसपास थी देखने मे खूब सूरत ओर नोजवाँ लग रही थी| ओर मेरी भी उम्र 25 की थी |हमे अपने से बड़ी उम्र जैसे भाभी आंटी से बाते करने मे अच्छा लगता था यू समझो की मे भाभियों को मे बहोत पसंद करता था |

मे मससजे बाते करते करते मेने खुसबू को माइक पर बोलने को कहा तो वो माइक पर या गए अनलाइन लूडो पर माइक मे बोलने या सुनने का भी ऑप्शन होता है |

उसकी आवाज बहोत सुरीले थी | हमे बहोत अछि लगती थी हाला की वो शादी शुदा थी उस दिन हम लोगों को बाते करते करते सुबह के 5:30 बाज गए थे|

बातों ही बातों मे समाए कब निकाल गया पता ही नहीं चला इसस बीच हम दोनों ने बहोत सारी बाते की ओर एक दूसरे के बारे मे जाना ओर दोस्त बन गए मोबाईल नंबर भी एक्सचेंज किया |

सुबह हुए 9:00 बजे मे ड्यूटी पर गया मे काम तो कर रहा था | लेकिन मेरा सर ध्यान उसस लड़की पर था मे बहोत खुस था |ओर शाम होने का इंतजार कर रहा था क्यू की हम दोनों आज फिर रात10 बजे लूडो पर मिलने का वादा किया था |

हम आज 10:बजने का बेसबरी से इंतजार कर रहा था | अब टाइम था हम बोनों का लूडो पर अनलाइन आने का मे तो 9:30 से ही लूडो पर अनलाइन था |10 बजे वो भी या गए उसके आते ही हमे बहोत खुसी हुए | अब हम दोनों रात रात भर बाते करते थे |

क्यू की हम दोनों एक अछे दोस्त बन गए थे उसने अपने पति के बारे मे बताया उसका पति सऊदी अरबिया मे हाइपर मे मार्केट मे नाइट जॉब करता था |बाते बहोत काम हो पाती थी क्यू की रात मे काम करता था ओर दिने शो जाता था तो बाते करने का TIME नहीं मिल पता

दोस्तों हर ओरत चाहती है कोई एसा व्यक्ति हो जिसे वो अपने मन के तनाव को बात सके चाहे वो सारा दिन काम करे का तनाव हो या सास के साथ झगड़े हो चाहे वो दिन भर अकेले रहने का टेन्सन हो  

ऑरत अपने मन मे कोई बात रखा नहीं चाहती है|वो ये सब बाते किसी एसे व्यक्ति से बाताना चाहती है जो उसकी बातों सुने जो उसे हिम्मत दे जो उसकी तारीफ करे वो अपनी सुनी जिंदगी खुसी ढूंढती है ओर उससे वो अपना सछ दोस्त भी मानती है चाहे हो पाति हो या बॉयफ्रेंड  

कुछ आएस ही seen था मेरे फ्रेंड खुसबू के साथ वो अपने जिंदगी के तनाव को किसी के साथ शेयर करना चाहती थी जो उसकी बातों को सुने  

अब हमारी दोस्ती को लगभग एक साल से ज्यादा हो गए थे 

ओर हम दोनों को इसी बीच मे एक दूसरे प्यार हो गया पता ही नहीं चला हाल की उसकी उम्र ओर मेरी उम्र मे 5 साल का डिफरेंट था |ओर वो शादी शुदा ओर 2 बचो की मा थी|

ओर मे सिंगल था | मे जनता था मेरा उसका कोई मेल नहीं था लेकिन अब हम दोनों बिना एक दूसरे से बात किए बिना नहीं रह सकते थे |कुछ भी हो जाए लेकिन हम दोनों एक दूसरे से बात जरूर करते थे धीरे धीरे मेरी ओर उसकी प्रेम कहानी बहोत ज्यादा बढ़ गए थी |

2 साल बाद मे घर वापिस   आया मे बहोत खुस था क्यू की अब मेरी गर्लफ्रेंड थी उससे मिले मिलने के लिए भी बुलाया था दुबई से आने के एक हफ्ते बाद मे उससे मिलने गया|

मेरे घर से उसके शहर का जो दूरिया थी 4 घंटे की थी मे उससे मिला ओर वो सब किया जो एक पति पत्नी करते है | 

मे ये सब कर तो रहा थ लेकिन हमे पता था की हम dono  एक नहीं हो सकते  किसी न किसी दिन अलग होना पड़े ग ओर वो दिन या भी गया था |

कियू की दुबई से आने के बाद मेरे घर वालों ने मेरे लिए शादी का रिश्ता ढूँढने लगे थे | घर वालों का प्लान था की एक से डेढ़ महीने मे शादी कर गये |

लेकिन हमे ये बात मालूम नहीं था ये बात तब पता चला जब मेरे घर मे हमे देखने के लिए लोग आए थे|अब मेरा रिसता भी मिल बाय था ओर शादी भी फिक्स होगाए थी |जब इसस बात को मेने अपनी girlfried को बात तो वो उदश हो गए जिस जिंदगी के तनाव को दूर करने के लिए हमे अपना दोस्त बनाया जिंदगी मे एक नया मोड़ आया था लेकिन ये खुसी कुछ ही दिन की थी जिस जिंदगी मे सिर्फ तनाव मे थी वो अब वही तनावों जाखम बनने वाले थे | 

  क्यू की वो हमसे प्यार करती थी मे भी प्यार करता था लेकिन मेरे मुकले वो मुझसे प्यादा प्यार करती थी जिस दिन से मेने शादी वाली बात उससे बताई थी| उसी दिने से फिर उदार रहने लागि थी |मेने उसे बहोत समझाया की जान मानता हूँ की मे तुम्हें मिल नहीं सकता लेकिन मे तुम्हें प्यार करता राहु गा लेकिन उसे मेरी बातों पर कुछ फरक नहीं पर रहा था |

बस यही बाते करती की तुम हमे भूल जाओगे |लेकिन मे उसे दिलासा देता था की जान हम भले ही तुम्हें फोन नया कर पाए बाते न हो पाए|

लेकिन मे तुम्हें नहीं बहुलु गया तुम्हारा प्यार मेरे दिल मे हमेस जिंदा रहे गया धीरे धीरे शादी का दिन करीब या गया शादी के एक दिन पहले की बात है शाम को 6 ब्याज रहे थे सुबह बारात जाने वाली थी तो रात को ही कुछ राशमे करनी पड़ती है| मेहंदी लगाना रिसते दरों कोक्या करना है सब बताना ओर भी बहोत कुछबाते थी |

तभी खुसबू my love का फोन या गया कल उठाते ही जोर जोर से रोने की आवाज या रही थी मे डेर सा गया ओर पुछा क्या हुआ है जान मे अक्सर जान कहा कर ही बुलाता था | मेने कहा जान क्या हुआ तुम रो क्यू रही हो उसने जोर जोर से रोते हुए बोली  मे तुम्हारे बगेर नहीं जी सकती मुझे काभी छोड़ कर नहीं जाना प्लीज |

मेने भी कहा हाँ ठीक ही मे तुम्हें छोड़ कर काभी नहीं जाऊंगा|

खुसबू बोली मे तुमसे अभी मिलन चाहती हूँ प्लीज अप आजओ मेने उसे समझाया की मे अभी नहीं आ सकता लेकिन वो बार बार मुझे बुला रही थी |

ओर नहीं जा पाया दूसरा दिन हुआ सारे रिसते दर या गए थे मे दूल्हा तो बना था लेकिन मेरे दिल मे उसी का ख्याल था मे उसे फोन भी नहीं कर प रहा था |दिन बीतते गए दूसरा दिन हुआ मेने फोन से कल किया खुसबू को लेकिन उसका फोन बाद आ था|

मे एक हफ्ते तक फोन करता रहा लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था उसका फोन बंद आने की वजह से मे बहोत परेशान हो रहा था ना जाने किस हाल मे होगी मेरी जान बहोत याद करने के बाद हमे याद आया की एक बार उसका फोन बिगड़ गया था|

तो उसने किसी दोस्त के फोन हमे मेससज किया था | मेने अपने मोबाईल मे उसकी दोस्त नंबर ढूंढ फिर कल किया कॉल तो लाग गए मेने उससे खुसबू के बारे मे पुछा तो उसने बतीय की एक हफ्ता पहले छत से अपने आपको नीचे गिर दिया था|

तो उसके सिर ओर कमर मे चोट आने से कोमा मे चली गए है इतना सुनते ही मेरी आँखों से आँसू आने लगे | उससे पूछा अभी कहा है उसने अस्पताल का नाम बताया मे तुरंत अस्पताल मे गया

मेने देखा खुसबू बैड पर अंखे बंद किए लेटी थी मे उसका हाथ पकड़ कर रोने लगा ओर उससे माफी भी मांगी मे मानता था

ये सब मेरी वजह से हुआ है दो दिन मे उसी के पास था | लेकिन फिर हमे वापिस घर अन्य पड़ा क्यू की मेरी नया शादी हुए थी कुछ दिन के बाद जब मे दूबर मिलने गया तो खुसबू की यदश जा चुकी था |मे मानता हूँ की खुसबू मेरी जान के साथ जो कुछ भी हुआ है उसका जीमेदार मे हूँ काश मे उस दिन उसकी बाते मान लेता ओर उससे मिलने चला जाता तो सायद खुसबू मेरी जान का ये हाल ना होता  to

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ